एक युगल के बच्चे बड़े हो रहे थे, सो, उन्होंने तय किया कि जब भी उनमें से किसी की प्यार करने के लिए बेडरूम में जाने की इच्छा होगी, वह दूसरे से कहेगा, "मुझे एक फोन कॉल करना है..."
कोडवर्ड में बात करने की यह तरकीब काम कर गई, और भोले-भाले बच्चे फोन कॉल का वास्तविक अर्थ नहीं समझ पाए...
एक दिन भरी दोपहर में पतिदेव की इच्छा हुई तो उन्होंने बेटे के हाथ पत्नी को संदेश भिजवाया, "बेटे, मम्मी से जाकर कहो, पापा को अर्जेन्ट फोन कॉल करनी है..."
बेटे ने आकर बताया, "पापा, मम्मी ने कहा है, नेटवर्क में प्रॉब्लम आ गई है, और ठीक होने में चार-पांच दिन लगेंगे..."
पतिदेव ने फिर संदेश भिजवाया, "मम्मी से जाकर कहो, अगर घर में नेटवर्क नहीं है, तो बाहर जाकर मैं पब्लिक बूथ से कॉल कर आऊंगा..."
बेटे ने जाकर पिता का संदेश दिया, और वापस आकर बताया, "मम्मी ने कहलवाया है, अगर पब्लिक बूथ में जाकर कॉल करने की जुर्रत की तो वह घर में कॉल सेंटर खोल देंगी..."
कोडवर्ड में बात करने की यह तरकीब काम कर गई, और भोले-भाले बच्चे फोन कॉल का वास्तविक अर्थ नहीं समझ पाए...
एक दिन भरी दोपहर में पतिदेव की इच्छा हुई तो उन्होंने बेटे के हाथ पत्नी को संदेश भिजवाया, "बेटे, मम्मी से जाकर कहो, पापा को अर्जेन्ट फोन कॉल करनी है..."
बेटे ने आकर बताया, "पापा, मम्मी ने कहा है, नेटवर्क में प्रॉब्लम आ गई है, और ठीक होने में चार-पांच दिन लगेंगे..."
पतिदेव ने फिर संदेश भिजवाया, "मम्मी से जाकर कहो, अगर घर में नेटवर्क नहीं है, तो बाहर जाकर मैं पब्लिक बूथ से कॉल कर आऊंगा..."
बेटे ने जाकर पिता का संदेश दिया, और वापस आकर बताया, "मम्मी ने कहलवाया है, अगर पब्लिक बूथ में जाकर कॉल करने की जुर्रत की तो वह घर में कॉल सेंटर खोल देंगी..."
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