Sunday, March 11, 2012

लुची लुची बात

मास्टरनी :- एक दिन के होया ... अकबर बादशाह खाट पे सुतया था .............

रमलू :- मैडम यो बदलू मने लुची लुची बात बतावे है :(

मास्टरनी :- एक मारूंगी कान निचे खीच के .. चुप चाप बेठे रहो ,, ... बालकों मैं कित थी ???
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रमलू :- जी अकबर की खाट पे ;) ;)
 

1 comment:

Royaljat said...

Bhai kati fresh ker diya tera hasodan ne.

Bhote badhiya chukala hai,
Laga rhe or bi daal apna blog mein chutkala.