Friday, October 15, 2010

Baadlan Ki dehi

sunddu baba ban gya....gaam gaam handte uske 20-25 chele bhi bange....er uska Jat Smaj acha naam bhi hoga.......ek bai wo ek gaam mai dera la ra tha...us gaam mai sukha pad ra tha...sube sube ek kisan aya..ek baba manne apka bahot naam suna hai.....mere 2 kille hai barish kara do...mai apne 2000 Rs. dunga...2 killan ki baat thi....saare chella nai laag kai ...baltiyan-baltiyan donu kille bhar diye...baat saare gaam mai fel gi...agle din ek or kisaan...aya bola baba ji mere 10 kille hain baarish karwado mai 10000 Rs. dunaga....chele bichare saari raat ke thake haare pade the...ek bola dur tai ye...ek baba ji dekh ke haan bhariyo......badlaan ki dehi tuti padi hai........

choongh li ho to

Ek baari ek Maruti aale ne truck mein peechey se dey mari, aur truck ke nichey ghus gaya. Truck driver khidki se sir nikaalke bolya,
"Arre bhai choongh li ho to bahar likkad le."
Ek mota sa seth ka chhora doosre chhore ke uppar chaddha bethya tha ar usney dhadaa dhad chhetan lag rya tha aur saath mein jor jor sey ron laag rya tha. Rah chalde admi ne bujya,
"Re seth chhetan to tu isney lagrya pher rovey kyun hai?"

Seth bolya, "Main is khattar ron lagrya ke jeeb main uthunga to pher ke hovega."

Munchaa main ke break laag ri sai

Ek bari nu hoya ke ek cycle waale ne ek budhiya mein cycle maar di.

Budhiya boli,

"Re oot tu itni badi badi mooch ley rya se, tanne sharam ni aati mere takkar maar di?"

Cycle waala tau bolya,

"Kyun moochhan mein ke brake laag ri se?"
एक बार बनिए का ब्याह होगया .........उसने क्यां ऐ का न बेर था ....थोड़े दिन पाछे उसके घर आले कहन लाग गे की बेटा बालक बुलक कर ले ........तो बनिए का एक बढ़िया जाट दोस्त था ....वो उस धोरे चला गया और बोल्या भाई ये बालक क्यूकर होया करे ......तो जाट बोल्या भाई तू रात ने अपनी बाननी ने ले क म्हारे घेर में आज जाइये अर्र दिवा लियईये ....
रात ने बनिया पहुच जा है बाननी ने ले क.....तो जाट बनिए ते दिवा पकड़ा दे है और बनिए ने सुथरी ढाल समझा दे है की क्यूकर होया करे बालक ......

कई साल बाद बनिए क घर आवे है जाट....देखे है की बनिए क ५-६ बालक हो रहे थे ......तो जाट पूछे है की आखिर तन्ने लाग ऐ गया बेरा की बालक क्यूकर होया करे ....तो बनिया बोल्या हाँ इसमें के करना था ....बस दिवा ऐ पकड़ना था .....

deeya

एक जाट कै बाळक ना होवैं थे । एक दिन एक Bahman आ-ग्या अर जाटणी नै आपणा रोणा रो दिया । बाहमण बोल्या - बेटी, रोवै मतना, मैं परसों बद्रीनाथ जाऊँ सूँ, ऊड़ै तेरे नाम का दीवा जळा दूंगा - अर भगवान सब भली करैंगे, चिन्ता ना करियो ।

वो बाहमण दस साल पाच्छै उस जाट कै घरां आया, तै देख्या अक ऊड़ै आठ-नौ बाळक हांडैं थे । उसनै पड़ौसी तैं बूझी अक ये बाळक किसके सैं ? पड़ौसी बोल्या अक महाराज ये उस्सै के सैं जिसका तू दस साल पहल्यां बद्रीनाथ में दीवा बाळ-कै आया था ।

बाहमण बोल्या - रै, यो जाट कित सै ?

पड़ौसी बोल्या - महाराज, वो तै कल बद्रीनाथ चल्या गया - तेरे दीवे नै बुझावण !!!

.

neend me

रात को नींद में एक की घरवाली बडबडान लग गई...'हाय मैं मर गई, कहीं छुप जाओ जानू...दरवाजे पर खट-खट की आवाज...लगता है मेरा घरवाला आ गया...'
ये सुनकर उसके पास सो रहा उसका घरवाला फटाक से उठा और खिड़की से कूदकर बाहर भाग gya..

Kitne Bhaan Bhai

छोरी (छोरे तें ): कितने भान-भाई सो?
छोरा : 6 भाई एर 2 भान...
छोरी: क्यों बाबू ने और कोए काम koni tha?
......
छोरा ( थोड़ी देर चुप रह के ..): एर थम कितने सो?
छोरी: बस 2.... मैं ar मेरा भाई
छोरा : क्यों Baabu में "Dum" koni था ?

Inaam

पंजाब सरकार ने इनाम घोषित kia अक जिn के पांच छोरे होंगे oos बन्दे नु 5० हजार रपिये इनाम में देवेंगे |बलबीर के चार छोरे थे |
बलबीर सिंह -(आपनी बहु नशीब कौर तें बोल्या )- je तू मान je तो में आपना एक छोरा जो मेरी प्रेमिका का से ,उहने ले आवूँ|आपा नु पचास हजार मिल्जयांगे |
नशीब कौर ---- ठीक से ले आओ |
माड़ी वार पाछे बलबीर एक छोरे ने ले कें आवे स अर नशीब कौर तें बुझे स अक आपने चार छोरे कित सें |
नशीब कौर --- उनके बाबू आपने आप्न्या नु ले गे